Surya Grahan 2024 Date and Time
साल 2024 का दूसरा और आखिरी Surya Grahan 2024 आज, यानी 2 अक्टूबर को लगने जा रहा है। इस खास खगोलीय घटना को लेकर धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कुछ विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए। आइए जानते हैं कि इस सूर्य ग्रहण के दौरान कौन से काम करने से बचना चाहिए और किन उपायों से पुण्य प्राप्त हो सकता है।
सूर्य ग्रहण का समय और स्थान
साल 2024 का आखिरी Surya Grahan 2024 भारतीय समयानुसार रात 09:14 मिनट से शुरू होगा और देर रात 03:17 मिनट तक रहेगा। हालांकि यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा।
कहां दिखाई देगा सूर्य ग्रहण?
यह Surya Grahan 2024 भारत में तो नहीं दिखेगा, लेकिन ब्राजील, कूक आइलैंड, चिली, पेरू, अर्जेंटीना, मैक्सिको, फिजी, न्यूजीलैंड, अंटार्कटिका, और अन्य देशों में लोग इस खगोलीय घटना का दीदार कर सकेंगे।
सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या न करें?
सूर्य ग्रहण के दौरान किन कामों से बचें?
- खाना-पीना: ग्रहण के समय खाना-पीना वर्जित माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि ग्रहण के समय निकलने वाली किरणें भोजन को दूषित कर सकती हैं।
- सोना: इस समय सोने से बचें, क्योंकि यह अशुभ प्रभाव डाल सकता है।
- पूजा-पाठ: ग्रहण के समय पूजा करना वर्जित है और सभी मंदिर के द्वार बंद रहते हैं।
- यात्रा: इस दौरान यात्रा करने से दुर्घटना का खतरा बढ़ सकता है।
- नया काम: कोई भी नया कार्य ग्रहण के समय शुरू नहीं करना चाहिए।
- धातु के बर्तन: धातु के बर्तनों का उपयोग न करें, क्योंकि विषैले तत्व इसमें मिल सकते हैं।
- गर्भवती महिलाएं: गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी रखनी चाहिए और ग्रहण से बचना चाहिए।
सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करें?
- ध्यान और साधना: इस समय ध्यान, प्रार्थना और साधना करने से मानसिक शांति मिलती है।
- मंत्र जाप: पूजा न सही, लेकिन इस समय मंत्र जाप करना शुभ होता है।
- दान: ग्रहण के दौरान किया गया दान पुण्य लाभकारी माना जाता है।
- स्नान: ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान करने से शारीरिक और मानसिक शुद्धि मिलती है।
- व्रत: ग्रहण के समय व्रत रखने की परंपरा है, और ग्रहण समाप्ति के बाद भोजन करना उचित माना जाता है।
- तुलसी के पत्ते: खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते डालना शुभ होता है, ताकि भोजन दूषित न हो।
Surya Grahan 2024 का धार्मिक महत्व
सूर्य ग्रहण के समय कुछ विशेष कामों से बचने और कुछ धार्मिक कार्यों को करने से जीवन में सकारात्मक प्रभाव आता है। मान्यता है कि इस दौरान ध्यान, साधना, और दान करने से व्यक्ति पुण्य प्राप्त करता है और ग्रहण के नकारात्मक प्रभावों से बच सकता है।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है, इनकी पुष्टि आवश्यक नहीं है।
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