प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कुवैत दौरे के पहले दिन Modi Kuwait Visit के तहत मीना अब्दुल्ला क्षेत्र स्थित एक लेबर कैंप का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने भारतीय श्रमिकों से बातचीत की, उनका हालचाल जाना, और नाश्ते के समय उनके साथ मेज पर बैठकर बातचीत की। यह मुलाकात भारतीय श्रमिकों के कल्याण को प्राथमिकता देने की उनकी प्रतिबद्धता का एक और उदाहरण है।
मीना अब्दुल्ला क्षेत्र में लेबर कैंप का दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुवैत के मीना अब्दुल्ला क्षेत्र में स्थित एक लेबर कैंप का दौरा किया, जहां 90% से अधिक भारतीय कामगार कार्यरत हैं।
- उन्होंने विभिन्न राज्यों से आए भारतीय श्रमिकों के साथ समय बिताया।
- पीएम ने उनके काम और जीवन से जुड़ी कठिनाइयों को समझने का प्रयास किया।
- नाश्ते के दौरान उन्होंने श्रमिकों से बातचीत कर उनकी समस्याओं और सुझावों को सुना।
Modi Kuwait Visit के इस खास कार्यक्रम को विदेश मंत्रालय ने भारतीय प्रवासियों के प्रति प्रधानमंत्री की संवेदनशीलता का प्रतीक बताया।
श्रमिकों की समस्याओं पर चर्चा और समाधान
प्रधानमंत्री ने श्रमिकों से उनकी परेशानियों और चुनौतियों के बारे में विस्तार से बात की।
- श्रमिकों ने उन्हें अपने दैनिक जीवन, कार्य-परिस्थितियों और स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के बारे में अवगत कराया।
- पीएम मोदी ने उनकी समस्याओं के समाधान का भरोसा दिलाया और सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
विदेश मंत्रालय ने कहा, “Modi Kuwait Visit का उद्देश्य यह दिखाना है कि भारत सरकार अपने श्रमिकों को कितना महत्व देती है और उनके कल्याण के लिए किस तरह काम कर रही है।”
विदेश में भारतीय श्रमिकों के लिए मोदी का विशेष प्रयास
यह पहली बार नहीं है जब प्रधानमंत्री मोदी ने विदेश में भारतीय श्रमिकों के साथ समय बिताया हो। इससे पहले भी उन्होंने विभिन्न देशों में जाकर श्रमिकों के साथ बातचीत की है।
प्रधानमंत्री मोदी के श्रमिकों से मुलाकात के प्रमुख उदाहरण:
वर्ष | देश | प्रमुख गतिविधि |
---|---|---|
2015 | अबू धाबी | श्रमिक शिविर का दौरा |
2016 | रियाद | एलएंडटी कामगार आवासीय परिसर का दौरा |
2016 | दोहा | श्रमिकों से बातचीत और उनकी समस्याओं का समाधान |
2024 | कुवैत | मीना अब्दुल्ला लेबर कैंप में मुलाकात |
इन यात्राओं के जरिए उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि भारतीय श्रमिकों की समस्याओं को सीधे सुना जाए और उनका समाधान किया जाए।
ई-माइग्रेट परियोजना: श्रमिकों के हित में डिजिटल समाधान
प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय श्रमिकों के हितों की रक्षा के लिए ई-माइग्रेट परियोजना की शुरुआत की। यह पहल 2014 में शुरू की गई थी और इसका उद्देश्य प्रवासी श्रमिकों के रोजगार को सुरक्षित और पारदर्शी बनाना था।
ई-माइग्रेट परियोजना की प्रमुख विशेषताएं:
- पासपोर्ट विवरण का ऑनलाइन सत्यापन।
- प्रवासी भारतीय बीमा योजना से एकीकरण।
- पूरे भारत में 16 प्रोटेक्टर जनरल ऑफ इमिग्रेंट्स कार्यालय।
- 5 क्षेत्रीय प्रवासी सहायता केंद्र (लखनऊ, चेन्नई, कोच्चि, पटना, हैदराबाद) का संचालन।
इस परियोजना ने श्रमिकों की शिकायतों के निवारण और प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
कुवैत में भारतीय समुदाय का योगदान
कुवैत में लगभग एक मिलियन भारतीय प्रवासी रहते हैं, जो वहां की अर्थव्यवस्था और समाज में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। Modi Kuwait Visit के दौरान पीएम मोदी ने उनकी उपस्थिति और मेहनत की सराहना की।
सरकार के हालिया कदम:
- दुबई में भारतीय श्रमिकों के लिए अस्पताल निर्माण की घोषणा।
- कुवैत में आग लगने की घटना के बाद मृतक भारतीयों के परिवारों को प्रधानमंत्री राहत कोष से सहायता राशि।
- श्रमिकों की शिकायतों के निवारण के लिए मदद पोर्टल और क्षेत्रीय सहायता केंद्र।
Modi Kuwait Visit: एक ऐतिहासिक पहल
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा न केवल भारतीय श्रमिकों के लिए सम्मान और सहानुभूति का प्रतीक है, बल्कि यह उनकी समस्याओं के समाधान के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
इस यात्रा के मुख्य संदेश:
- भारतीय श्रमिकों के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देना।
- विदेशों में काम कर रहे भारतीयों की समस्याओं को सुनना और उनका समाधान करना।
- भारत सरकार की योजनाओं और पहलों के माध्यम से श्रमिकों के जीवन को बेहतर बनाना।
Modi Kuwait Visit ने न केवल भारतीय प्रवासियों को एकजुट किया, बल्कि यह भी दिखाया कि उनकी मेहनत और योगदान को देश किस हद तक महत्व देता है। यह यात्रा भारतीय समुदाय के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है।
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