One Nation One Election Bill पर अखिलेश का बड़ा हमला
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को लोकसभा में पेश किए गए One Nation One Election Bill का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने इसे अलोकतांत्रिक और संघीय ढांचे के खिलाफ बताया और चेतावनी दी कि यह देश को तानाशाही की ओर ले जाएगा। अखिलेश यादव ने कहा कि इस बिल का उद्देश्य देश के संघीय ढांचे को कमजोर करना है और यह राज्यों की स्वायत्तता को खत्म करने की साजिश है।
क्षेत्रीय समस्याओं की अनदेखी होगी
अखिलेश यादव ने कहा कि जब राज्यों का गठन हुआ था, तब यह तय किया गया था कि समान भौगोलिक, सांस्कृतिक और भाषाई पृष्ठभूमि वाले क्षेत्रों को राज्य का दर्जा दिया जाएगा। इस व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य था कि स्थानीय समस्याओं का समाधान स्थानीय स्तर पर ही हो सके और क्षेत्रीय मुद्दों को प्राथमिकता दी जाए। लेकिन One Nation One Election Bill के जरिए इस पूरी व्यवस्था को पलटने की कोशिश की जा रही है।
लोकतंत्र के लिए खतरा है ‘एक चुनाव का विचार’
अखिलेश यादव ने कहा कि लोकतंत्र में विविधता का होना बेहद जरूरी है और ‘एक’ का विचार लोकतंत्र के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का आधार ही अलग-अलग विचारधाराएं और क्षेत्रीय मुद्दे होते हैं, लेकिन One Nation One Election Bill के लागू होने से इन मुद्दों का महत्व खत्म हो जाएगा। यह बिल बड़े राष्ट्रीय मुद्दों को प्राथमिकता देगा, जिससे आम जनता की स्थानीय समस्याएं पीछे छूट जाएंगी।
राज्यसभा को कमजोर करने की साजिश
उन्होंने कहा कि अगर One Nation One Election Bill लागू होता है तो इससे राज्यसभा का महत्व भी खत्म हो जाएगा। राज्यसभा देश के संघीय ढांचे की सुरक्षा करती है और राज्यों की आवाज को राष्ट्रीय स्तर पर उठाने का काम करती है। लेकिन भाजपा की यह योजना राज्यसभा को कमजोर करने की ओर बढ़ रही है। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा का अगला कदम ‘One Nation One Assembly’ का नारा देना होगा, जो सीधे तौर पर तानाशाही की ओर ले जाएगा।
सत्ता पर कब्जे की मंशा पर उठाए सवाल
अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर भाजपा को One Nation One Election इतना ही सही लगता है तो केंद्र और राज्य सरकारों को तुरंत भंग करके चुनाव करवा लेना चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यह मुद्दा महंगाई, बेरोजगारी और स्वास्थ्य जैसी बड़ी समस्याओं से भी ज्यादा महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भाजपा इस मुद्दे को उठाकर असली मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।
राज्यों की स्वायत्तता खत्म होगी
उन्होंने कहा कि भाजपा जानबूझकर ऐसे मुद्दे उठा रही है, जिनका उद्देश्य सिर्फ राजनीतिक लाभ उठाना है। उन्होंने यह भी कहा कि इस बिल के जरिए सत्ता के केंद्रीकरण को बढ़ावा दिया जाएगा, जो लोकतंत्र के लिए घातक है। देश की संघीय व्यवस्था में राज्य ही लोकतंत्र की मुख्य इकाई हैं, लेकिन One Nation One Election Bill के जरिए राज्यों की स्वायत्तता को खत्म किया जा रहा है।
संविधान के खिलाफ है यह बिल
अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि इस बिल का उद्देश्य सिर्फ सत्ता पर काबिज होना है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की मंशा लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने और देश में एकदलीय शासन लागू करने की है। उन्होंने कहा कि यह संविधान को खत्म करने की साजिश है और इस बिल से राजनैतिक संतुलन बिगड़ जाएगा।
जनता के असली मुद्दे होंगे गायब
उन्होंने कहा कि यह बिल केवल एक दिखावा है और इससे जनता के असली मुद्दे हल नहीं होंगे। उन्होंने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा कि अगर वे इस बिल को इतना सही मानते हैं तो बिना किसी देरी के सभी राज्यों और केंद्र का कार्यकाल खत्म कर नए सिरे से चुनाव करवाएं।
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